म्यूचुअल फंड क्या है? इसमें निवेश करना कितना सुरक्षित है?

Mutual Funds का हिंदी में अर्थ होता है- पारस्परिक निधि। सरल भाषा में कहा जाए तो Mutual Funds के माध्यम से बोहत सरे लोगो का पैसा शेयर मार्किट में या निवेश योजना में लगाया जाता है जिसका प्रबंध AMC (Asset Management Company) द्वारा नियुक्त किये गए Fund Manager के माध्यम से किया जाता है। आप के द्वारा 10 वर्षो से अधिक समय के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश किया जाता है तो इसमें कम जोखिम होता है और लम्बे समय के लिया किया गया निवेश अधिक Return देता है।

म्यूचुअल फंड क्या है? इसमें निवेश करना कितना सुरक्षित है? सरल शब्दों में आपको अपना पैसा शेयर मार्केट में डायरेक्ट इन्वेस्ट करना अधिक जोखिम भरा लगता है तो आप म्यूचल फंड के माध्यम से इनडायरेक्ट अपना पैसा शेयर मार्केट में लगा सकते हैं यहां आपका पैसा शेयर मार्केट का काफी अनुभव रखने वाले विशेषज्ञ Fund Manager  के माध्यम से शेयर मार्केट में निवेश किया जाता है म्यूचल फंड में शेयर मार्केट की अपेक्षा जोखिम कम होता है और आपके द्वारा छोटा निवेश करने पर भी आपका पैसा बड़ी-बड़ी कंपनियों में निवेश किया जाता है जहां आपको डायरेक्ट निवेश करने में अधिक पैसों की आवश्यकता होगी। म्यूचल फंड के माध्यम से बहुत सारे लोगों का पैसा जमा कर एक साथ अलग-अलग जगह निवेश किया जाता है इसलिए ऐसा संभव हो सका है कि आपके द्वारा छोटा निवेश करने पर भी आपका पैसा बड़ी कंपनियों में लगता है जहां जोखिम की संभावना बहुत कम होती है।

म्यूचुअल फंड क्या है? इसमें निवेश करना कितना सुरक्षित है?
म्यूचुअल फंड क्या है? इसमें निवेश करना कितना सुरक्षित है?

म्यूचुअल फंड क्या है? इसमें निवेश करना कितना सुरक्षित है?

म्यूचुअल फंड AMC द्वारा बनाया गया फण्ड होता है जिसमें हजारों लोगों के द्वारा पैसा निवेश किया जाता है और इस पैसे को AMC  के द्वारा नियुक्त Fund Manager के माध्यम से ग्रोथ फंड, इक्विटी मार्केट, रियल स्टेट, आई टी, डेट फंड ,गोल्ड फंड, स्टॉक्स, बॉन्ड, शॉर्ट – टर्म मनी मार्केट लिखतों, और / या अन्य प्रतिभूतियों में निवेश किया है फंड मैनेजर मार्केट के उतार चढ़ाव के अनुसार फंड को मैनेज करते रहते है और आप के पैसों  के जोखिम को काम करने में लगे रहते है फण्ड मैनेजरो के साथ शेयर मार्किट के एनालिस्ट की पूरी टीम होती है जो आप के पेसो को मैनेज करते है AMC के द्वारा आपको म्यूचुअल फंड में निवेश करने पर उस फण्ड की NAV (Net Asset Value) दी जाती है।

म्यूचुअल फंड में NAV (Net Asset Value) क्या है

आप के द्वारा जब भी किसी म्यूचुअल फंड में निवेश किया जाता है तो आप को AMC उस फण्ड की NAV आप के निवेश के अनुसार Allot करती है और यह उस फण्ड के AUM के कम -ज्यादा होने के साथ NAV भी शेयर मार्किट की तरह ऊप्पर नीचे  होती रहती है NAV में Liquidity कम होती है NAV ही म्युचुअल फण्ड की एक यूनिट की कीमत है। नेट एसेट वैल्यू ही पर ही म्यूचुअल फंड स्कीम की यूनिट खरीदी और बेची जाती हैं। अगर किसी म्यूचुअल फंड स्कीम की NAV 100 रुपये है तो आपको 50 यूनिट खरीदने के लिए 5000 का निवेश करना पड़ेगा। आप किसी NAV की जानकारी AMC की websites या AMFI Portal के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं।

ओपन-एंडेड म्यूचुअल फंड /Open-Ended Mutual Fund

Open-Ended Mutual Fund ऐसी स्कीम होती है जिसमे निवेशक (Investor) कभी भी निवेश (Invest)कर सकते है और किसी भी समय अपना पैसा निकल सकते है इस प्रकार की स्कीम में पैसा लगता और निकलता रहता है इसलिए इस टाइप के Mutual Funds के पास कोई Fix Amount नहीं होता है और फण्ड मैनेजर को परिस्थितियों की अनुसार फैसला लेना होता है।

क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड /Close Ended Mutual Fund

Close Ended Mutual Fund में आप के द्वारा केवल NFO के समय ही अपना पैसा लगाया जा सकता हैं। इसके बाद आप Maturity पर ही अपना पैसा निकाल सकते हैं। हालांकि, Close Ended Mutual Fund Scheme की यूनिटों को Secondary Market में आपके द्वारा खरीदा और बेचा जा सकता है। ऐसे लेन-देन से Mutual Fund Company का कोई लेना-देना नहीं होता और न ही उस Mutual Fund Scheme की जमा रकम पर इनका कोई प्रभाव पड़ता है।

किसी म्यूचुअल फंड स्कीम के NFO के पहले AMC को तय करना होता है कि उनके द्वारा Open-Ended Mutual Fund लाया  रहा है या Close-Ended Mutual Fund।

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नये फंड की पेशकश / New Fund Offer (NFO)

Mutual Fund कम्पनीयों के द्वारा समय समय पर New Mutual Fund Scheme लॉन्च की जाती है और इन Scheme को NFO कहा जाता है और हर एक Fund को अलग नाम दिया जाता है Mutual Fund कम्पनीओ के द्वारा NFO का विवरण पत्र (prospectus) भी जारी किया जाता हैं। जिसमे उस स्कीम के उद्देश्य (Objective), विवरण (Details) और उसके Fund Management Team के बारे में जानकारी होती है और कम्पनी के द्वारा कितना निवेश किस सेक्टर में किया जाएगा यह भी बताया जाता है।

एसेट मैनेजमेंट कंपनी / Asset Management Company (AMC)

AMC के द्वारा ही New Mutual Fund को मार्केट में लॉन्च किया जाता है Mutual Fund कंपनी को ही AMC कहते है ये कंपनियां SEBI में जरिस्टर्ड कंपनियां होती है इन्ही के द्वारा म्यूचुअल फंड स्कीम को बनाया जाता है और लोगे से लिए गए पेसो को जमा किया जाता है Fund Manager की नियुक्ति भी इन के द्वारा ही की जाती है।

फंड मैनेजर / Fund Manager

Mutual Fund Company के पास आपका जो पैसा जमा होता है उस पैसे को Mutual Fund Scheme में लगाने का काम Fund Manager के द्वारा ही किया जाता है Fund Manager के द्वारा ही  Mutual Fund Scheme में लगने वाले पूरे पैसो को मैनेज किया जाता है Fund Manager मार्किट के काफी अनुभवी व्यक्ति होती है उनको मार्किट की अच्छी समझ होती है एक Fund Manager एक से अधिक Mutual Fund Scheme को मैनेज करने का काम कर सकता है कंपनी के पास निवेश की रणनीति Investment Strategy पर काम करने के लिए अपनी एक  Research Team भी होती है।

म्यूचुअल फंड के प्रकार / Type of Mutual Fund

इक्विटी म्युचुअल फंड / Equity Mutual Fund

Equity Mutual Fund में आपके द्वारा जमा किया गया पैसा Fund Manager के द्वारा सीधा Share Market में लगाया जाता है इसमें कुल जमा पैसे का 65% Fund Manager के द्वारा Share Market में निवेश किया जाता है और बाकी बचा हुआ पैसा बैंक में रखा जाता है या बॉन्ड में निवेश कर दिया जाता है। Equity Mutual Fund में ज्यादा पैसा शेयर मार्केट में निवेश किया जाता है इसलिए इसमें रिटर्न भी शेयर मार्केट की तरह काफी अधिक मिलता है यानी इसमें कमाई की अधिक संभावना होती है इसके साथ ही रिस्क की संभावना भी इसी फंड में सर्वाधिक होती है यह एक हाई रिटर्न के साथ हाई रिस्क वाला फंड होता है

Equity Mutual Fund से होने वाली Income पर long Term Capital Gains Tax नहीं लगता है, जबकि Short-Term Capital Gain को आपकी Income में जोड़कर Tax Calculation में शामिल करते हैं।

डेट म्युचुअल फंड / Debt Mutual Fund

Debt Mutual Fund में आपके द्वारा जमा किया गया पैसा Fund Manager के द्वारा Bonds और Corporate Fixed Deposit में निवेश किया जाता है। इसमें कुल जमा पैसे का 65% Fund Manager को (Debt Fund) बॉन्ड या बैंक डिपॉजिट में निवेश करना अनिवार्य होता है उदाहरण Government Bonds, Company Bonds, Corporate Fixed Deposits और Bank Deposits और बाकी बचा हुआ पैसा Share Market में निवेश कर दिया जाता है।

Debt Mutual Fund में आप का पैसा Fix Return देने वाले Bond Fund में निवेश किया जाता है इस लिए इस में मिलने वाला Return भी कम और Fix होता है Debt Fund में रिस्क बोहत काम होता है यह एक सेफ फंड मन जाता है और बैंक FD की तुलना में आपको Debt Mutual Fund में निवेश करने में अच्छा Return मिल जाता है।

आप अपने Debt Mutual Fund को 3 साल बाद भुनाते हैं तो इस पर आपको Long Term Capital Gains Tax देना पड़ता है। इस Long Term Capital Gains Tax की दर बिना Indexation के 10% होगी और Indexation के साथ 20%।

आप 3 साल के पहले अपनी Debt Mutual Fund Units को बेच देते हैं तो इससे मिले Return पर आपको Short-Term Capital Gains Tax देना पड़ता है। इस Short-Term Capital Gain को आपकी कुल आमदनी में जोड़ा जाएगा और फिर आपके Tax Slab के हिसाब से Tax का Calculation होगा।

बैलेंस्ड म्युचुअल फंड | Balanced Mutual Fund

Balanced Mutual Fund आपके द्वारा जमा पैसे को शेयर और बॉन्ड दोनों में लगाया जाता हैं। आप जानते है की शेयर में निवेश करने पर Return ज्यादा मिलता है पर रिस्क भी अधिक होता हैं जबकि Bond में निवेश सुरक्षित हैं लेकिन उसमें रिटर्न कम मिलता है। इसलिए इन दोनों में पैसे लगाकर ये म्यूचुअल फंड Safety के साथ-साथ बढ़िया रिटर्न देने की कोशिश करता है। Balanced Mutual Fund में Equity Mutual Fund की अपेक्षा रिस्क थोड़ा काम होता है और Debt Mutual Fund की तुलना में रिस्क ज्यादा होता है।

(ELSS) म्यूचुअल फंड

Equity Linked Saving Scheme मैं निवेश किया गया आपका पैसा 3 सालों के लिए लॉक हो जाता है आप ELSS मैं लगाया गया अपना पैसा 3 साल के पहले नहीं निकाल सकते हैं। ELSS को Tax Saving Mutual Fund भी कहा जाता है इसमें लगाए गए पैसों पर सरकार के द्वारा टैक्स छूट दी जाती है आप टैक्स बचाने के लिए इस Mutual Fund में निवेश कर सकते हैं ELSS मैं निवेश करने पर Section 80C के तहत टैक्स सेविंग होती है।

ELSS Mutual Fund मे आपका पैसा शेयर मार्केट में निवेश किया जाता है इसलिए आपको इस फंड में अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना होती है हालांकि यहां इक्विटी म्युचुअल फंड की तरह हाई रिस्क की संभावना भी होती है।

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FAQ

Q. 1 साल में म्यूचुअल फंड कितना रिटर्न देता है?

1 साल में म्यूच्यूअल फंड्स के द्वारा 8% से 10% तक का रिटर्न दिया जाता है हालांकि यह बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है अगर बाजार में मंदी रहे तो 5% और तेजी रहे तो 20% या उससे अधिक रिटर्न मिल सकता।

Q. म्यूचुअल फंड में पैसा डूब जाता है क्या?

म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय आपको अच्छे और बड़ी कंपनी के म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए अगर आप किसी भी म्यूच्यूअल फंड में निवेश करते हैं तो आपके पैसे डूबने की संभावना हो सकती है।

Q. म्यूचुअल फंड से कमाई कैसे होती है?

म्यूचुअल फंड के माध्यम से आप अनेक Bond Fund, सरकारी प्रतिभूतियों और शेयर मार्केट के लार्ज कैप, स्मॉल कैप, मिड कैप फंड में निवेश कर सकते हैं जिसके माध्यम से आपको अच्छा रिटर्न प्राप्त होता है आपको समय-समय पर अपने म्यूचुअल फंड का विश्लेषण करना चाहिए।

Q. लोग म्यूचुअल फंड क्यों खरीदते हैं?

जिन लोगों को शेयर मार्केट में निवेश करने में रिस्क लगता है या जिनके पास समय की कमी होती है वह लोग म्यूचल फंड में निवेश करते हैं म्यूचुअल फंड में शेयर मार्केट काफी अनुभवी फंड मैनेजर के द्वारा आपके पैसों को मैनेज किया जाता है और शेयर मार्केट की तुलना में म्यूचुअल फंड में कम रिस्क होता है

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